धरम वही जो आदमी के आँख में पानी लाए

इसको पढ़ो और इसके सवालों के जवाब दो।
http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2013/09/130920_muzaffarnagar_riots_ssr.shtml
मुसलमान ये बताये कि दूसरी जगहों के ही सही पर जब मुसलमान बम फोड़ेंगे तो बदले में भी बम ही मिलेगा। जिसका पेट भी खाली है, वो इस्लाम, उम्मा या अल्लाह को लेकर क्या करेगा, नहीं तो कम-से-कम जो पैदा हुआ है, उस.को तो उपरवाला मरने नहीं ही देता। जिहाद करना ही है तो ऐसा जिहाद क्यों नहीं हो कि कोई भूख से ना मरे। इतने लोग मुसलमान-मुसलमान करके इस्लाम के नाम पर जोश दिलवाते हैं, पर क्या वो तुम्हारा है? क्या तुम्हारे ज्यादातर भाइयों का कोई लेना-देना है? कोई मेल है तु्म्हारा और अरब के उन शेखों का? जब उन्होंने भारत पर राज किया तब भी तुम ऐसे ही थे, भूखे। पाकिस्तान में तो ले आये अपना राज, क्या बदला। आज भी उतनी ही गरीबी, उतनी ही लाचारी, खाली पेट, भूखे नंगे बच्चे। लाशों की गिनती कम हो तो सोचो।
हिन्दू ये बताये कि जिस धर्म में पीपल के खड़़े पेड़ तक को नहीं काटते, उसमें पेट के बच्चे को मारना किसने सिखाया। वो पागल ही पंडित होगा जो तुम्हारे घर पूजा करने जाएगा। शेर भी अपना जूठा खाकर पलनेवाले लकरबग्घे को नहीं मारता, तुमलोग तो आदमी थे। तुम्हारे भरोसे जीनेवाले को बचाना था, मार दिया। उसका खाली पेट नहीं दिखा। झोपड़ी दो मिनट में जल गई होगी, चार गज की थी, उसके अंदर आज भी जल रहा है।
किसी को कोई बदला नहीं मिला। जिसने मारा, वो खुल्ला। मरा तो गरीब। मरे तो ऐसे बच्चे जिनके पेट और पीठ एक थे। जिसने मारे वो जाने, ना तो राम को कोई लेना देना है उससे, ना ही अल्लाह को। धरम वही जो आदमी के आँख में पानी लाए, बाकी सब बकवास।